खामोश सी नदी आसमान ओढ़े हैं तेज हवाएँ मगर लहरें नहीं। खामोश सी नदी आसमान ओढ़े हैं तेज हवाएँ मगर लहरें नहीं।
वो छोटे लम्हे जो मुझमें मुस्कुराते हैं वो बीते पल जो मेरे सारे ग़म भुलाते हैं वो छोटे लम्हे जो मुझमें मुस्कुराते हैं वो बीते पल जो मेरे सारे ग़म भुलाते हैं
मंदिर के पट बंद हो गए,ईश्वर किसको देखेगा। जगत फैली महामारी को,मानव ही तो रोकेगा। मंदिर के पट बंद हो गए,ईश्वर किसको देखेगा। जगत फैली महामारी को,मानव ही तो रोक...
जाति-धर्म,भेद-भाव, छुआ-छूत,ऊँच-नीच, किसी को ना मानने वाला, तू ही एक जान है, जाति-धर्म,भेद-भाव, छुआ-छूत,ऊँच-नीच, किसी को ना मानने वाला, तू ही एक जान ...
सुनता था मोहब्बत में होता है सब जायज... सुनता था मोहब्बत में होता है सब जायज...
देखते देखते ये क्या हुआ पत्नी ने धीरे से पति कह दिया, मंदिर में घंटा बजाते हुए पु देखते देखते ये क्या हुआ पत्नी ने धीरे से पति कह दिया, मंदिर में घंटा बजा...